Type Here to Get Search Results !

एकदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन | दमोह | damoh

 एकलव्य विश्वविद्यालय में एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन

लोक समीक्षा :- दमोह 
 संवाददाता - समग्र पाण्डेय 
लोक समीक्षा

 दमोह - एकलव्य विश्वविद्यालय के कला एवं मानविकी संकाय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा एक दिवसीय  राष्ट्रीय कार्यशाला -शोध पत्र लेखन मात्रात्मक एवं गुणात्मक अनुसंधान विषय पर आयोजित हुआ। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में शासकीय पीजी कॉलेज दमोह  के  प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. के पी अहिरवार की उपस्थिति रही। एकलव्य विश्वविद्यालय की   कुलाधिपति डॉ. सुधा मलैया, प्रति कुलाधिपति श्रीमती पूजा मलैया, श्रीमती रति मलैया के मार्गदर्शन, निर्देशन एवं प्रेरणा के फलस्वरूप कार्यशाला का आयोजन किया गया।एकलव्य विश्वविद्यालय के   कुलपति एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. पवन कुमार जैन, कुलसचिव डॉ. प्रफुल्ल शर्मा  एवम मुख्य वक्ता विषय विशेषज्ञ डॉ. ज्ञानेश कुमार तिवारी, प्राध्यापक, मनोविज्ञान विभाग, डॉ. हरी सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर की गरिमामयी उपस्थिति में माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया।  इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत  डॉ. निधि असाटी, डॉ. वंदना पांडे, डॉ. आशीष जैन, डॉ. दुर्गा महोबिया द्वारा पौधा, साल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर किया गया। मुख्य वक्ता का परिचय डॉ. वंदना पांडे द्वारा रेखांकित किया गया।  कुलपति प्रोफेसर पवन कुमार जैन ने विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हमें जीवन में अनुसंधान को महत्व देकर एवं उससे सामंजस्य स्थापित करके विकास के पथ पर अग्रसर होना है। साथ ही यह घोषणा की है कि कार्यशाला के उपरांत तीन दिवस के अंदर सर्वोत्तम शोध पत्र को प्रथम, द्वितीय एवम तृतीय स्थान प्रदान कर पुरस्कृत किया जाएगा। कुलसचिव डॉ प्रफुल्ल शर्मा  ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह शोध कार्यशाला शोधार्थियों एवं प्राध्यापकों के लिए नई दिशा प्रदान करेगा। मुख्य अतिथि प्रोफेसर के पी अहिरवार  ने अपने उद्बोधन में सामाजिक बदलाव में अनुसंधान के महत्व को स्पष्ट करते हुए सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन की बात कही। मुख्य वक्ता डॉ. ज्ञानेश कुमार तिवारी ने अनुसंधान के सभी चरणों पर प्रकाश डालते हुए अच्छे शोध पत्र के चरणों को स्पष्ट किया। कार्यक्रम के आरंभ में विश्वविद्यालय के संगीत विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. स्वाति गौर के द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। इस संपूर्ण कार्यशाला में सभी संकाय के संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष, शोधार्थी एवम विद्यार्थियों के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से ऑनलाइन एवम प्रत्यक्ष रूप जुड़े प्रतिभागियों की सहभागिता रही। इस कार्यक्रम का संयोजन डॉ. वंदना पांडे ने किया एवम कार्यक्रम के अंत में कला संकाय प्रमुख डॉ. आर सी जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया। संपूर्ण संगोष्ठी का कुशल संचालन डॉ. हृदय नारायण तिवारी द्वारा किया गया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.