- ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनाव पर पड़ सकता है प्रभाव।
- मतदाता सूची में सामने आए कई फर्जी नाम:-
- निरपत सेन, पथरिया। पत्रकार दमोह लोक समीक्षा ग्लोबल न्यूज
नगरीय निकाय चुनाव नजदीक है, 6 जुलाई को नगरीय निकाय चुनाव होनाहै, एवं पंचायत प्रथम चरण के चुनाव संपन्न हो चुके हैं और नगर में कई वार्डों व पंचायतों की मतदाता सूची में कई फर्जी नाम जुड़े हुए हैं, जिनसे आगामी नगरीय निकाय चुनाव भी प्रभावित हो सकता है। बता दें कि कई मतदाताओं के ऐसे नाम भी मतदाता सूची में जुड़े हुए हैं जो पहले से ही ग्राम पंचायत चुनाव में मतदान कर चुके हैं तो वहीं कई मृत हो चुके व्यक्तियों के भी नाम मतदाता सूची में सालों से अब तक शामिल हैं कई बच्चियों के ऐसे नाम मतदाता सूची में शामिल हैं जिनका कई वर्षों पहले विवाह हो चुका है और उनके नाम उनके ससुराल में जुड़ गए होंगे लेकिन यहां से उनके नाम मतदाता सूची से नहीं काटे गए। ऐसे कई मामले नगरीय निकाय पथरिया एवं पंचायतों की मतदाता सूचियों में सामने आ रहे हैं अगर गौर किया जाए तो इस पूरे मामले में कई प्रत्याशियों का नुकसान तो कई प्रत्याशियों को यह सब नाम जुड़े होने का बड़ा फायदा मिल सकता है।लेकिन पूर्ण रूप से निष्पक्षता के साथ मतदान हो सकेगा यह बात नहीं कही जा सकती बता दें कि यहां पर बीएलओ की बड़ी लापरवाही इस पूरे मामले में सामने आ रही है। जब हमने पथरिया के वार्ड क्रमांक 1 की मतदाता सूची पर तहकीकात की तो ऐसे कई नाम सामने आए जो बरसों पहले मृत हो चुके है लेकिन उन व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची में शामिल है तो कई बरसों पहले किसी का विवाह हो चुका है और नाम आज भी यहां की मतदाता सूची में शामिल है मजे की बात तो यह है कई कई मतदाता तो ऐसे हैं जिन्होंने पहले ग्राम पंचायत चुनाव में मतदान कर दिया है और अब उन्हें नगरीय निकाय चुनाव में भी मतदान करने का मौका दोबारा मिल सकेगा। विचारणीय है कि जब नगर परिषद पथरिया के 1 वार्ड एवं एक ही पंचायत में स्थिति यह है तो आप अनुमान लगाइए कि 15 वार्डों एवं बाकी अन्य पंचायतों में क्या स्थिति होगी किस तरह से फर्जी मतदान करवाकर चुनाव को प्रभावित किया जा सकता है ।
इनका कहना है।
- ये बीएलओ की बड़ी लापरवाही है हालांकि शहरी क्षेत्र में निर्वाचन अधिकारी एसडीएम होता है वही कुछ कर सकते हैं।
अनिल श्रीवास्तव, तहसीलदार पथरिया।
- मतदाता सूची का पुनरीक्षण का कार्य हो चुका है हालांकि यदि ऐसा है तो यह बीएलओ की बड़ी लापरवाही है साथ ही अगर कोई मतदाता जानबूझकर दो जगह नाम जुड़वा हुए हैं तो उस पर कार्यवाही की जा सकती है।
अंजलि द्विवेदी, अनुविभागीय अधिकारी
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