पथरिया जनपद में खिरियाशंकर के रोजगार सहायक अमित गौतम ने बना रखा तानशाही का माहौल खौफ़ इतना की जांच से डरते अधिकारी ।
संवाददाता:-अभिनव मुखुटी
सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर पथरिया विधानसभा में सब कुछ ठीक - ठाक नहीं चल रहा है। सच कहें तो इस योजना पर भ्रष्टाचार की नजर लग गई है। कहीं इस योजना के नाम पर लाभुकों से पैसे की उगाही की जा रही है, तो कहीं ऐसे - ऐसे लोगों को इसका लाभ दे दिया जा रहा है, जो इसके वास्तविक हकदार नहीं है और जो वास्तविक हकदार है, उन्हें दर - दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। पथरिया जनपद पंचायत अंतर्गत आवास योजनाओं में लगातार भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है लेकिन संबंधित कर अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक किसी का भी ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है विदित हो कि ग्राम पंचायत खिरिया शंकर में जिस नाम का हितग्राही पंचायत में निवास नहीं करता बल्कि यूं कहें कि उक्त नाम का व्यक्ति हितग्राही पंचायत में ही नहीं है उसके नाम पर राशि का आहरण किया गया था एवं पंचायत में रोजगार सहायक के द्वारा एक ही नाम के दो व्यक्तियों का फायदा उठाकर राशि का हेरफेर किया गया था जिसको लेकर जनपद पंचायत में शिकायत की गई शिकायत के बाद रोजगार सहायक अमित गौतम पर कारण बताओ नोटिस के तहत रिकवरी भी जमा करवाई गई थी एवं इसी पंचायत में अधिकारियों की मिलीभगत से कई बड़े-बड़े कांडों को अंजाम दिया गया जैसे कि रूपरानी विश्वकर्मा एवं रूपरानी सेन नाम की हितग्राही पंचायत में जब नहीं है तो फिर उन्हें लाभान्वित कैसे किया गया जब इस पर पड़ताल की गई तो पाया की स्वीकृति पत्र में रूपरानी सेन के नाम पर जो आधार कार्ड नंबर दर्ज है वह किसी माधव सागुनी खुर्द निवासी का है इसके अलावा स्वीकृति पत्र में पर ना तो हितग्राही का खाता नंबर दर्ज किया गया और ना ही हितग्राही का मोबाइल नंबर एवं रूपरानी विश्वकर्मा के आवास आई डी में जो अकाउंट नंबर का उल्लेख किया गया है वह कोमल विश्वकर्मा नाम के व्यक्ति का है, अब सवाल यह उठता है कि स्वीकृति पत्रको पर जब हितग्राही से संबंधित जानकारी पूर्ण नहीं दर्ज की गई तो फिर आवास योजना के अधिकारी के द्वारा आवास स्वीकृत कैसे कर दिए गए इसके अलावा इसी पंचायत में हितग्राही सूची में पारदर्शिता के नाम लिए जो पात्र हितग्राहियों के नामों की सूची जारी की जाती है उन पर नाम दर्ज नहीं किए गए हैं एवं ऑनलाइन पोर्टल पर भी हितग्राहियों के नाम का उल्लेख नहीं है. पथरिया जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत खिरिया शंकर से सामने आया है, जहां पर रूपरानी सेन के नाम से आवास आई डी क्रमांक एम.पी.1325499 में 2019,2020 में लाभान्वित किया गया है जिसमें स्वीकृति पत्र के आधार पर जो आधार नंबर- 251302992534 दर्ज किया गया है जो कि माधव सींग सागोनी खुर्द नाम के व्यक्ति का है, एवं स्वाकृती पत्रक पर भी ना तो हितग्राही का खाता क्रमांक दर्ज किया गया है और ना ही स्थाई पता, वही जानकारी के अनुसार पंचायत में उक्त नाम का हितग्राही है ही नहीं,
दूसरा-
रूपरानी विश्वकर्मा, आवास आई डी क्रमांक- एम.पी.1327959 को 2019,2020 में लाभान्वित किया गया है जिसकी कुल ₹65000 की राशि खाता क्रमांक- 38511482798 है जिसमें खाता धारक का नाम कोमल विश्वकर्मा है लेकिन सूत्रों के अनुसार ग्राम पंचायत में कुल तीन कोमल नाम के व्यक्ति निवासरत है जो पूर्व में आवास योजना से लाभान्वित हो चुके है
जिनकी जानकारी इस प्रकार है
1. कोमल/ परसादी, निवासी कोटरा, वोटर आईडी.क्रमांक-ZGD1484658, जिसकी आवास आईडी क्रमांक-MP 3423241 है
2. कोमल/दशरथ निवासी कोटरा, वोटर आईडी क्रमांक- ZGD0757633 आवास आई डी क्रमांक- एमपी 4898568 है
3. कोमल/तुलसीराम निवासी खिरिया शंकर वोटर आईडी क्रमांक-ZGD0969261, आवास आईडी क्रमांक MP3423241
अब यह तथ्य विचारणीय है कि जब पंचायत में केवल तीन ही कोमल नाम के व्यक्ति हैं तो फिर चौथा कोमल कौन है जिसके खाते में यह राशि स्थानांतरित की गई है, आखिर क्या वजह है कि जनपद पंचायत पथरिया के अधिकारी खिरिया शंकर पंचायत की निष्पक्ष जाँच और अमित गौतम पर कार्यवाही करने से क्यों डरते है, क्या पथरिया जनपद के अधिकारी खिरिया शंकर सरपंच और अमित गौतम के दबंगों के करीबी होने के कारण उनके कारनामों पर पर्दा डाल रहे है या फिर इस मामले में जनपद के अधिकारियों की भी मिली भगत है.पथरिया जनपद पंचायत में वर्तमान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जितेंद्र जैन के बारे में कहा जाता है कि वह बहुत ही ईमानदार व्यक्तित्व के धनि है अब देखना होगा कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी पथरिया मामला सामने आने के बाद संबंधित सरपंच सचिव से लेकर अधिकारियों पर क्या कार्यवाही करते हैं या फिर पूर्व सीईओ आशीष अग्रवाल की भांति मूकदर्शक बने देखते रहेंगे...
संवाददाता : अभिनव मुखुटी
लोक समीक्षा ब्यूरो दमोह
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