पठार समीक्षा : by lok samiksha
पठार का वर्गीकरण :
पठार के प्रकार -
1. अंतरपर्वतीय पठार
2. गिरिपद पठार
3. गुंबदाकार पठार
4. महाद्वीपीय पठार
5. ज्वालामुखी पठार
-----------------------------------------------------------------------
अंतरपर्वतीय पठार :-
वे पठार जो चारों ओर से पर्वतों से गिरे हुए होते हैं , अंतर पर्वतीय पठार कहलाते हैं। विश्व का सबसे विस्तृत तिब्बत का पठार इसी श्रेणी में आता है।
गिरिपद पठार :-
वे पठार जो पर्वतों के आधार तलों पर अवस्थित होते हैं गिरपद पठार कहलाते हैं। यह एक तरफ ऊंचे पर्वतों से और दूसरी ओर सागर या मैदानों से घिरे होते हैं।
गुंबदनुमा पठार -
बे पठार जो भूपटल पर वलन की प्रक्रिया के द्वारा गुंबदनूमा आकार रूप लेकर निर्मित होते है गुंबदाकार पठार कहलाते है ।
भारत के छोटा नागपुर का पठार इसी प्रकार के पठार का उदाहरण है ।
महाद्वीपीय पठार :-
इन पठार को शील्ड भी कहा जाता है । सामान्यतः यह पठार पर्वतीय भागों से दूर और सागर के तट या समतल भूमि से घिरे हुए होते है ।
ज्वालामुखी पठार:- ज्वालामुखी क्रिया द्वारा निक्षेपित लावा के निस्तारण से बनने वाले पठारों को ज्वालामुखी पठार कहा जाता है। उदारहण - भारत में दक्कन का पठार
H na jkannn