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BA-2-year economics-PDF-in_Hindi


  यदि आप BA  2 year economics की चैप्टर 1 की pdf 
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 व्यष्टि और समष्टि अर्थशास्त्र में अंतर।

व्यक्तिगत आर्थिक इकाई।

सोच में अर्थशास्त्र में व्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों का अध्ययन किया जाता है जैसे किसी विशेष व्यक्ति परिवार और फर्म का अध्ययन।

सामूहिक योगा और औरतों का अध्ययन व्यापक 

अर्थशास्त्र में संपूर्ण अर्थव्यवस्था की आर्थिक इकाइयों का अध्ययन किया जाता है इसे राष्ट्रीय आय को सामान्य कीमत स्तर आदि।

व्यक्ति और व्यक्ति के व्यवहार का अध्ययन ।


उस व्यक्ति का अध्ययन करते हैं जो मरण सील  है उसी के व्यवहार के अध्ययन पर आर्थिक सिद्धांतों का निर्माण करते हैं। 

समाज और समाज के व्यवहार का अध्ययन

 व्यापक अर्थशास्त्र में हम समाज का अध्ययन करते हैं समाज अमर होता है कि वर्ष के रूप में परिवर्तन होता रहता है समाज के व्यवहार में और व्यक्ति के व्यवहार में अंतर हो सकता है यह आवश्यक नहीं कि एक व्यक्ति के व्यवहार के आधार पर समाज का व्यवहार सामूहिक पद्धति से प्राप्त हो सके स्पष्ट करते हुए कहा है कि एक विशिष्ट अध्ययन के आधार पर स्पष्ट नहीं किया जा सकता।

कीमत सिद्धांत (price theory ,)

व्यष्टि अर्थ शास्त्र में पूर्ण रोजगार की मान्यता के आधार पर साधनों के बंटवारे ,उत्पादन साधनों की कीमत ,वस्तु की कीमत ,उत्पादन का सिद्धांत आदि समस्याओं का सीमांत विश्लेषण के आधार पर दिया जाता है इसी कारण सूचना सास की कीमत सिद्धांत कहा जाता है।

आय व रोजगार सिद्धांत 

अर्थशास्त्र में पूर्ण रोजगार की अवास्तबिक मान्यता नहीं ली जाती बल्कि यह माना जाता है कि अर्थव्यवस्था में पूर्ण रोजगार एक सामान्य स्थिति है व्यापक अर्थशास्त्र का क्षेत्र साधनों के पूर्ण उपयोग>राष्ट्रीय आय>रोजगार स्थल से संबंधित रोजगार को प्रभावित करता है व्यापक अर्थशास्त्र का संबंध राष्ट्रीय आय से लेकर आर्थिक विकास के सिद्धांत तक होता है।

व्यक्तिगत दृष्टिकोण परिवर्तनशील आरती के कार्यो में अधिक परिवर्तनशील होता है समय के साथ व्यक्तिगत आर्थिक और मूल्यों में अधिक परिवर्तन होता है।

सामाजिक दृष्टिकोण में कम परिवर्तन सामाजिक-आर्थिक इकाइयों में परिवर्तन होता तो है परंतु कम समय के साथ सामूहिक  आर्थिक मूल्यों में कम परिवर्तन होता है।


आर्थिक अध्ययन की प्रकृति अल्पाधिकार अल्पाधिकार उत्पादन विधि है जिसमें वर्षों के बहुत कम उत्पादक होते हैं ना कोई भी उत्पादक अपने उत्पादन और कीमत संबंधी निर्णय लेते समय दूसरी उत्पादन इकाइयों के निर्णयों को ध्यान में अवश्य रखता है इसी प्रकार सूचनार्





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